लाये रिश्तों मे मिठास, कुछ इस तरह…
जीवन सुख का संसार है। ईश्वर ने हमें कितने प्यार से निर्मित किया हैं। हमें जीवन को पूर्णता सुख के साथ जीना चाहिए। हर व्यक्ति सुख में जीवन की चाह में रहता है। सुख तभी मिलेगा जब हम हमारे सभी आस पास के लोगों के साथ प्रेम व आदर भाव रखेंगे। रिश्ता चाहे कोई भी हो पति या पत्नी का। पिता पुत्र का। मां बेटे का। या भाई और बहन का। हर रिश्ते में सामंजस होना आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण एक दूसरे का सम्मान करना।
इसी सिलसिले में बात करते कुछ वास्तु और ज्योतिष टिप्स की जो हमें हमारे हर रिश्ते में मिठास दिलाएगा। सर्वप्रथम बात करते पति-पत्नी के मधुर रिश्ते की। युगल का शयनकक्ष उचित दिशा में होना अनिवार्य है। युगल का शयन कक्ष दक्षिण पश्चिम या दक्षिण दिशा में हो तो अति शुभ फल देगा। नवविवाहित जोडो को उत्तर पश्चिम का शयनकक्ष दिया जा सकता है। शयनकक्ष का रंग हल्का गुलाबी होने से रिश्तो में मिठास आती है। इस दिशा के शयनकक्ष में लाल रंग के परदे या चादर बिछाने से आपसी प्रेम बढ़ता है। मैडरिन डक्स का जोड़ा शयनकक्ष की दक्षिण पश्चिम दिशा में लगाएं । फेंगशुई का दोहरा खुशी चिन्ह, राधा कृष्ण की तस्वीर या लव बर्डस लगाने प्रेम का विस्तार होता है।
कपल हारमोनी के लिए उनके शयनकक्ष में ‘आनंद मंगल’ का कौबिनेशन अरोमा डिस्पेंसर रखें । कोई भी हिंसात्मक चित्र शयनकक्ष में ना लगाएं। हंसती खेलती चित्र लगाने से मूड व व्यवहार दोनों ही अच्छा रहता है । बेड के ठीक सामने आईना ना लगाए। सोते समय पैर दक्षिण की तरफ न हो। शयन कक्ष में नाइट लैंप होना आवश्यक है। पानी का जग सोते समय साइड टेबल पर अवश्य रखें। जो पानी प्रयोग ना हुआ हो उसे सुबह किसी पेड़ में डाल दे। ज्योतिष की दृष्टि से मानसिक पीड़ा दूर होगी। व्यक्ति का चंद्रमा शुद्ध होगा। घर के बच्चों का शयनकक्ष पश्चिम दिशा में हो तो उनकी बुद्धि का
विस्तार होता है। बच्चे आज्ञा का पालन करेंगे। ध्यान रहे बच्चों का शयन कक्ष कभी भी दक्षिण पश्चिम दिशा में ना दे। वे हठी व आलसी हो सकते हैं। बच्चों के शयनकक्ष की पश्चिम दिशा की दीवार पर हंसता खेलता बच्चो का चित्र लगाएं । भाई-बहनों में आपसी प्रेम बढ़ेगा ।लक्ष्य की प्राप्ति हेतु शयन कक्ष की उत्तर पश्चिम दिशा में उड़ती चिड़िया का चित्र लगाएं। एरोप्लेन या हेलीकॉप्टर का चित्र या प्रतिमा रखें । इस कक्ष में का रंग हरा या सफेद रखें । सहयोग व शांति मिलेगी। कुंवारी लड़कियों का शयनकक्ष उत्तर पश्चिम दिशा में हो तो उनका विवाह शीघ्र होने का योग बनता है। इस कक्ष की में दक्षिण पश्चिम दिशा में चांद चांदनी का चित्र लगाएं शीघ्र विवाह होने के लिए यह अचूक उपाय है। कुंवारी लड़कियों के कक्ष में रोज का अरोमा डिस्पेंसर रखें। उनका मन मस्तिष्क ताजगी से भरपूर रहेगा। क्रोधी बालकों के लिए उनके शयनकक्ष में लेमन का अरोमा डिस्पेंसर रखे। क्रोध पर विजय प्राप्त होगी मन शांत व स्टैस फ्री रहेगा। डिफरेंसड बच्चों के शयनकक्ष की पूर्व दिशा में सोलर एनर्जी 3D यंत्र रखें। उचित लाभ मिलेगा। कमजोर मन को ऊजार्वान बनेगा। घर के बुजुर्गों को उत्तर पूर्व दिशा का शयनकक्ष दें ।उनके कक्ष में हर सुख सुविधा दें। साइड टेबल ,घड़ी ,पानी का जग व अलमारियों का प्रबंध करें। इस कक्ष में हल्का नीला रंग दे सकते हैं । घर के बुजुर्गों को कभी भी पश्चिम या उत्तर पश्चिम दिशा का कक्ष ना दें। दक्षिण दिशा का कक्ष भी दिया जा सकता है। उनके कक्ष में पलाश का अरोमा डिस्पेंसर रखें। उनका मन सदैव शांति सुरक्षित रहेगा। अगर किसी परिवार में पिता पुत्र में नहीं बनती तो Amethyst रत्नों का पौधा शयन कक्ष की दक्षिण पूर्व दिशा में रखें। रिश्तो में मिठास आएगी । घर के ब्रह्म स्थान में कोई भी भारी वस्तु ना रखें । इसे खुला हुआ व हवादार बनाएं। रिश्तो में आ रही खटास से मुक्ति मिलेगी। घर के ब्रह्म स्थान में Crystal से बना
रिलेशनशिप 3D Harmony यंत्र रखें। शुभ फल की प्राप्ति होगी। इन कुछ उपायों से आप अपने जीवन में रिश्ते में मजबूती बना सकते हैं। रिश्ते मजबूत होंगे तो प्रगति अवश्य प्राप्त होगी।
‘ जरा तुम बदल जाते , जरा हम बदल जाते,मुमकिन होता, यह रिश्ते किसी सांचे में ढल जाते।’
दीप्ति जैन, आधुनिक वास्तु एस्ट्रो विशेषज्ञ