क्षेत्रीय दलों ने किया राजनीति का औद्योगीकरण-धर्मवीर प्रजापति
स्वभाव में सरलता लेकिन अपने कार्य को लेकर दृण इच्छा शक्ति, राजनीति में एक ऐसी ही शख्सियत का नाम है धर्मवीर प्रजापति। जब वे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के राज्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे तब उनकी आँखों से छलके आंसू उन्हें अपने संघर्ष के पुराने दिन याद दिला रहे थे। राजनीतिक जीवन में ईश्वर की कृपा और अपनी कर्त्तव्यनिष्ठा को कामयाबी का आधार मानने वाले धर्मवीर प्रजापति ने औद्योगिक विकास राज्यमंत्री बनने के बाद पहली बार वरिष्ठ पत्रकार आदर्श नंदन गुप्ता से एक इंटरव्यू के दौरान अपनी नीति और नीयत के साथ कई खास पहलुओं पर खुलकर चर्चा की। प्रस्तुत हैं उनसे हुई बातचीत के खास अंश… ?आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि तो राजनीतिक नहीं थी, फिर राजनीति में आना कैसे हुआ? जहां तक पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात है, राजनीति से सीधे तौर पर मेरे परिवार का कभी कोई वास्ता नहीं रहा, लेकिन समाज सेवा का भाव मेरे मन में बचपन से ही था और उन दिनों राजनीति सेवा का एक सशक्त माध्यम थी, लेकिन वक्त के साथ क्षेत्रीय दल अस्तित्व में आए और उन्होंने राजनीति का औद्योगीकरण कर दिया। इससे मेरे दिल को बड़ा कष्ट होता था। आंतरिक रूप से उन परिस्थितियों ने ही मुझे राजनीति में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। ?पहले संगठन में अहम् दायित्व, फिर माटी कला बोर्ड के चेयरमैन, फिर एमएलसी और आज प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री, पार्टी द्वारा महज कुछ समय में आपको एक के बाद एक पदोन्नति मिलना, आपके ऊपर पार्टी के इस भरोसे की बुनियाद आखिर क्या है? मेरे जीवन में मेरे दायित्वों के प्रति मेरी कर्तव्य निष्ठा ही मेरे अस्तित्व की बुनियाद है। ?हाल ही के मंत्रिमंडल विस्तार में आपकी राज्यमंत्री के रूप में सरकार में सहभगिता हुई है, कुछ महीने बाद आचार संहिता और फिर चुनाव, आपके पास अपने इस कार्यकाल का बहुत कम समय है। ऐसे में प्रदेश के औद्योगिक विकास राज्य मंत्री के रूप में आप जनाकांक्षाओं पर कैसे सफलता हासिल करेंगे? देखिए, पहले से ही हमारे मंत्रालय से जुड़ी औद्योगिक विकास की कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जिसका माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी उद्घघाटन करने वाले हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर हमारा काम चल रहा है, वह भी बहुत जल्द स्वरूप लेगा। हम भी माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश के सर्वांगीण विकास को लेकर समर्पित हैं। ?प्रदेश और खास तौर से अपने गृह जनपद आगरा के औद्योगिक विकास को लेकर आपकी क्या प्राथमिकताएं हैं? हालांकि पूरा प्रदेश ही औद्योगिक विकास को लेकर प्राथमिकता में शामिल है, जहां तक गृह जनपद आगरा की बात है, हम अपनी पूरी इच्छा के साथ यहां के लिए शीघ्र एक ऐतिहासिक कार्य को कराने जुटे हुए हैं। यदि भगवान की कृपा रही तो उसमें अवश्य ही हमें कामयाबी मिलेगी। ?आप एक गैर राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं, राजनीति में आपने एक नई शुरूआत की है, क्या भविष्य में आपके बच्चे आपकी इस विरासत को संभालेंगे? यह तो बच्चे और उनका भाग्य निर्धारित करेगा। मैंने तो एक गैर राजनीतिक परिवार से सेवा का एक भाव लेकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की है। कुछ अच्छे मित्र थे, जो अक्सर कहते थे कि जब अच्छे लोग राजनीति में आएंगे, तभी राजनीति सुदृढ़ होगी और लोगों की अवधारणा इसके प्रति बदलेगी। राजनीति में जो क्षेत्रीय दल पनपे, उन्होंने परिवारवाद और जातिवाद लाकर राजनीति को गंदा किया है। मेरा आपकी पत्रिका के माध्यम से नागरिकों से आग्रह है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में राजनीति में अच्छे लोगों को प्रोत्साहित करें, ताकि अच्छे लोग राजनीति में आएं। उनके नेतृत्व में प्रदेश व राष्ट्र विकसित होकर सफलता की एक नई इबारत लिख सके। ?राजनीति शह-मात का खेल है, इस बात से आप कितना इत्तेफाक रखते हैं? निश्चित ही राजनीति शह और मात का खेल है, लेकिन मैं अपनी कर्तव्य निष्ठा पर अडिग रहता हूं। ईश्वर पर भरोसा रखता हूं और वो मदद भी करते हैं, इसीलिए आजतक ऐसी किसी समस्या से मुझे जूझना नहीं पड़ा। आज भी राजनीति, जातिवाद और आरक्षण पर टिकी है, इस पर आप क्या सोचते हैं? पूरे हिंदुस्तान में अगर आप देखेंगे तो स्थिति स्पष्ट दिखाई देती है। क्षेत्रीय दलों की राजनीति तो जातिवाद और तुष्टीकरण पर टिकी है। देश-दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी परिवारवाद, जातिवाद से ऊपर हटकर काम करती है। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन महामहिम राष्ट्रपति श्री माननीय रामनाथ कोविंद जी जो कि एक समय हमारे साथ प्रदेश के महामंत्री हुआ करते थे। आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर हैं और हमारे आगरा की महापौर रहीं श्रीमती बेबीरानी मौर्य उत्तराखंड की राज्यपाल रहीं। वे आज पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। भाजपा में कार्यकर्ता की कर्तव्य निष्ठा से सम्मान मिलता है, परिवारवाद के आधार पर नहीं। ?कुछ लोगों का कहना है कि योगी सरकार में अफसरशाही हावी है, इस पर आपकी क्या राय है? यह बात निराधार है। मेरे अपने अनुभव हैं, जब भी किसी अधिकारी से किसी कार्य को लेकर मेरी बात होती है तो सकारात्मक प्रतिक्रिया ही मिली है। माननीय योगी आदित्यनाथ जी की कार्यशैली से लोग प्रभावित हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता बढ़ी है। उन्होंने लोगों के हृदय में अपनी जगह बनाई है। प्रदेश वासी 2022 में भाजपा की प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए बेताब हैं। ?विरोधियों का तर्क है कि मंहगाई और विकास के मुद्दे पर मोदी और योगी सरकार विफल है, आप क्या सोचते हैं? विरोधियों के पास कोई विकल्प नहीं है, सरकार में आने के लिए बेचैन हैं, इसलिए तर्कहीन बातें करते हैं। ?प्रदेश में कुछ माह बाद चुनाव होने हैं, आपकी पार्टी को फिर जनमत की दरकार होगी। क्या लगता है योगी सरकार के पांच साल उसे पुन: सत्ता तक पहुंचाएंगे? माननीय योगी जी के कार्यकाल में मैंने विकास की जो रμतार देखी है, वो अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखी, एतिहासिक है। कोरोना जैसी महामारी में सेवा भाव की जो नजीर माननीय योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने पेश की, उसे उत्तर प्रदेश के नागरिक ही नहीं बल्कि पूरा विश्व जानता है। प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास की बात हो या औद्योगिक विकास की, या फिर स्वास्थ्य सेवाओं की। उत्तर प्रदेश ने उत्तम प्रदेश के रूप में देश के सामने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। ?पांच साल की किन उपलब्धियों को आगामी चुनावों में आपकी पार्टी जीत का आधार मानती हैं? हमारी एक नहीं बल्कि अनेकों उपलब्धियां हैं। हमारी सरकार की सैकड़ों ऐसी योजनाएं हैं जो आगामी चुनावों में पार्टी की जीत का आधार हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार रही है। पिछली सरकारों के मंत्री आए दिन भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे रहते थे। योगी जी बिना थके, बिना छुट्टी लिए निरंतर 18 घंटे काम करते हैं और जब हमारे मुखिया निरंतर कार्य करते हैं तो निचले स्तर के कार्यकतार्ओं में भी ऊर्जा का संचार होता है। ? हमारे पाठकों के लिए आपका क्या संदेश है? मैं संदेश देना चाहता हूं कि इस समय प्रदेश और केंद्र के पास एक ईमानदार और दृढ़ इच्छा शक्ति वाला नेतृत्व है। देश और प्रदेश को ऐसा नेतृत्व मिलना एक अद्भुत संयोग है, इसलिए हमें देश और प्रदेश के प्रगति के लिए किसी के बहकावे में आए बिना इनका हर हाल में साथ देना है।