Education

एनडीए की करें तैयारी सेना में बनाएं कॅरियर

अगर आप थल सेना, वायुसेना या फिर नेवी में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं तो नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) में प्रवेश के लिए आपको परीक्षा की तैयारी करनी होगी। कुछ समय पहले भारतीय सेना ने जो आंतकी हमले का जवाब दिया, इससे एक बार फिर सेना के जज्बे को सभी ने दिल से सलाम किया। वैसे तो भारतीय सेना में विभिन्न भर्तियों के जरिए प्रवेश लिया जा सकता है, लेकिन बारहवीं की परीक्षा उत्तरीण होने के बाद एक अच्छा मौका होता है एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी। नेशनल डिफेंस एकेडमी की स्थापना का उद्देश्य ही सम्मिलित सर्विस एकेडमी तैयार करना है, जो भविष्य में ऑपरेशन चलाने के लिए लीडर तैयार कर सके। देहरादून में इंडियन मिलिट्री एकेडमी स्थापित होने के बाद इस काम को और गति मिली। आज यह एक सशक्त करियर का रूप ले चुका है। यह एक ऐसा करियर है जिसमें पद, पैसा और प्रतिष्ठा सब कुछ है।

तीनों विंग है शामिल
एनडीए के अंतर्गत तीनों विंग- आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को शामिल किया जाता है। तीनों ही विंग युवाओं के अंदर देश सेवा एवं समर्पण की भावना विकसित करते हैं। इसमें भर्ती होने के लिए उम्मीदवार का अविवाहित होना जरूरी है। यदि कोई उम्मीदवार गलत जानकारी देकर प्रशिक्षण में शामिल हो जाता है तो पता चलने पर उसकी उम्मीदवारी निरस्त कर दी जाती है। साथ ही प्रशिक्षण का पूरा खर्च भी उसी से वसूला जाता है।
कब कर सकेंगे आवेदन
एनडीए के तीनों विंग के लिए शैक्षिक योग्यता अलग-अलग है। एयरफोर्स व नेवी में आवेदन करने के लिए बारहवीं की परीक्षा फिजिस, केमिस्ट्री व मैथ्स विषय से पास करने वाले छात्र उपयुक्त माने जाते हैं, जबकि आर्मी विंग के लिए बारहवीं पास उमीदवार आवेदन कर सकते हैं। इस साल बारहवीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्र भी आवेदन कर सकते हैं। लेकिन उन्हें एक निश्चित अवधि के दौरान योग्यता से संबंधित अपना विवरण प्रस्तुत करना अनिवार्य है। इसके अलावा साढ़े सोलह वर्ष से लेकर 19 वर्ष की आयु सीमा वाले उम्मीदवार ही इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। एनडीए तथा नेवल्स एकेडमी के लिए साल भर में दो बार परीक्षा में बैठने का अवसर मिलता है। इसमें हर बार करीब 355-350 सीटों के लिए हजारों की संख्या में अभ्यर्थी सम्मिलित होते हैं। यह संख्या साल दर साल बढ़ती ही जाती है। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होती है, जबकि परीक्षा देश के चार दर्जन सेंटरों पर आयोजित की जाती है। यह आयोजन संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा किया जाता है।
परीक्षा का प्रारूप
एनडीए प्रशिक्षण हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा से होकर गुजरना पड़ता है। इसमें दो पेपर होते हैं तथा उनका माध्यम हिन्दी और अंगे्रजी दोनों होता है। *गलत उत्तर दिए जाने पर नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान है। *पहला पेपर मैथमेटिस का होता है तथा यह 300 अंकों का होता है। इसमें 120 प्रश्न पूछे जाते हैं तथा समय ढाई घंटे का होता है तथा इनका स्तर बारहवीं का होता है, जबकि दूसरा पेपर जनरल एबिलिटी का होता है, जिसमें अंग्रेजी (200 अंक) तथा सामान्य ज्ञान (400 अंक) के प्रश्नों का उत्तर ढाई घंटे में देना होता है।
ये टिह्रश्वस आसान बनाएंगे राह गणितीय फॉर्मूलों का ज्ञान आवश्यक: गणित के खंड में पूछे जाने वाले प्रश्नों को हल करने के लिए बारहवीं स्तर के पाठ्यक्रम में प्रयुक्त होने वाले फॉर्मूलों को कंठस्थ कर लें। अभ्यस की अधिकता ही आपको इस खंड में सफल बना सकती है।. अंग्रेजी के शब्दो को प्रयोग में लाएं: अंग्रेजी के भाग में शब्दो का प्रयोग एवं ग्रामर संबंधी जानकारी आवश्यक है। नए शब्दो के ज्ञान के लिए प्रतिदिन अंग्रेजी की पत्र पत्रिका का नियमित अध्ययन करें। ग्रामर के लिए किसी स्तरीय पुस्तक का सहारा लें। एनसीईआरटी की पुस्तकों का अध्ययन करें: भौतिकी, भूगोल, इतिहास, संविधान, अर्थव्यवस्था पर भी प्रश्न पूछे जाते हैं। इसकी तैयारी केवल एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही करें, क्योकि इसमें दिए गए तथ्य प्रामाणिक तथा स्तरीय होते हैं।
पुराने प्रश्नपत्रों को हल करें: प्रश्नपत्रों के स्वरूप तथा समय प्रबंधन के लिए पुराने प्रश्नपत्रों को अधिक से अधिक हल करने का प्रयास करें। इसमें अधिकांश प्रश्न आपको दोहराव वाले मिल जाएंगे। व्यक्तित्व परीक्षण की तैयारी अहम लिखित परीक्षा में सफलता के बाद व्यक्तित्व परीक्षण के लिए बुलावा पत्र भेजा जाता है। पर्सनालिटी टेस्ट के रूप में उम्मीदवारों को वर्बल तथा नॉन वर्बल टेस्ट से गुजरना पड़ता है। इसके अतिरिक्त मनोवैज्ञानिक परीक्षण व समूह परीक्षण भी होता है। मनोवैज्ञानिक परीक्षण में मूलरूप से बुद्धि परीक्षण, शब्द संयोजन परीक्षा, बोध परीक्षण, आत्म परीक्षण तथा विषय विशेष पर हुई प्रतिक्रिया पर जानकारी आंकी जाती है। इसमें बाधाओं पर उठाए गए कदम का आकलन किया जाता है। इन सभी परीक्षाओं के बाद ही आप एकेडमी पहुंचते हैं।
सिलेबस में क्या है शामिल
पहले पेपर यानी मैथ्स में अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति, ज्यामिति, मेंन्सुरेशन, संखकीय आदि पर आधारित प्रश्न होते हैं, जबकि अंगे्रजी के प्रश्न मूल रूप से भाषा की समझ एवं शब्दो के प्रयोग पर आधारित होते हैं। इसके अलावा विलोम, समानार्थी, मुहावरों का प्रयोग भी किया जाता है। सामान्य ज्ञान का खंड छह भागों में बंटा होता हैं, जिसमें भौतिकी, फिजिकल एंड केमिकल चेंज, जनरल साइंस, सामान्य अध्ययन, भूगोल व समसामयिक घटनाओं पर प्रश्न पूछे जाते हैं। इनका भी स्तर बारहवीं का होता है।
फिजिकल टेस्ट भी अनिवार्य अंग
इसमें फिजिकल टेस्ट को परीक्षा का अनिवार्य अंग माना गया है। आर्मी व एयरफोर्स के लिए ऊंचाई व वजन का प्रावधान एक ही है, जबकि नेवी के लिए अलग मानक है। आर्मी व एयरफोर्स के लिए उम्मीदवार की ऊंचाई 152-183 से.मी. व वजन 42.5- 66.5 किलोग्राम होना चाहिए, जबकि नेवी में 152-183 से.मी. ऊंचाई के अलावा वजन 44-67 कि.ग्रा. तय किया गया है। इस मानक को पूरा करने के अलावा उम्मीदवार को शारीरिक परीक्षण से भी गुजरना पड़ता है। इसमें उम्मीदवार को 2.4 किलोमीटर की दूरी 15 मिनट में पूरी करनी होगी। उन्हें 20 बार उठक-बैठक भी करना होगा।